बसपा नेता और पूर्व विधायक हाजी याकूब कुरैशी [कसाई ] मोदी को हैवान, दरिंदा और शैतान क्यों कहा क्योकि ये खुद भारत का सबसे बड़ा दरिंदा है ..
मित्रो, पश्चीमी यूपी में जानवरों के हड्डियों को उबालकर गैरक़ानूनी तरीके से उसमे से चर्बी निकालकर उसे कई उद्योगों में बेचा जाता है जिसे कमेला कहते है ...हाजी याकूब कुरैशी पश्चिमी यूपी का सबसे बड़ा कमेला माफीया है ..
इस हाजी याकूब कुरैशी के सैकड़ो आदमी रात में यूपी के गाँवो में जाकर पालतू जानवरों को चुपके से जहर दे देते है फिर जब जानवर मर जाता है तो जानवर के मालिक उसे गाँव के बाहर फेक देते है बाद में याकूब कुरैशी के आदमी मरे हुए जानवर को उठाकर कमेले में लाते है फिर उसे बोटी बोटी काटकर उसकी हड्डीयों को उबालकर उसमे से चर्बी निकालते है | आज कई उद्योगों में फैट यानी चर्बी की भारी मांग है और ये हाजी याकूब कुरैशी इस दरिंदगी के धंधे में करोडपति हो चूका है |
पश्चिम यूपी में सपा और बसपा की सरकारे इस कुटीर उद्योग को बढ़ावा ही देती है क्योकि इस काम में सिर्फ मुसलमान ही लिप्त है और वोट बैंक के लिए यूपी सरकार ने पुलिस को आदेश दिया है की किसी भी कमेला को बंद नही किया जाये जबकि हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक के कहा है की इस तरह से जानवरों की हड्डियों को खुले में उबालना कई पर्यावरण के खतरे पैदा कर रहा है इसलिए इसे बंद किया जाए फिर भी यूपी सरकार इस पर खामोश है |
इतना ही नही इस कमेला उद्योग से पश्चिम यूपी के कुत्तो के स्वभाव में भी भारी परिवर्तन आ गया है क्योकि खुले में ही जानवरों में मांस और हड्डीया पड़े रहते है जिसे सैकड़ो कुत्ते चबाते रहते है .. आज ये हालत है की पश्चिम यूपी में किसी कुत्ते को आप रोटी या दूध दो तो वो उसे नही खायेगा क्योकि कुत्तो में सिर्फ मांसाहार की प्रवृति उत्त्पन हो चुकी है .. और कुत्ते इतने खूंखार हो चुके है की यदि कोई छोटा बच्चा अकेले हो तो वो उसे भी फाडकर खा जाते है अब तक चार बच्चो को कुत्ते खा चुके है |
ये हाजी याकूब कुरैशी के पास करीब दो हजार कमेला है .. और करीब दस हजार मुस्लिम लोगो को इसने इस नीच और गैरकानूनी काम पर रखा है |
आज पश्चिमी यूपी में पालतू जानवर जैसे बकरी , भैस या गाय पालने वाले लोग पूरी रात और दिन अपने जानवरों की रखवाली करते है जिससे इस हाजी याकूब कुरैशी के आदमी कही उन्हें जहर न खिला दे ... सोचिये मित्रो ,, पुरे पश्चिम यूपी में जितने जानवर प्राकृतिक रूप से नही मरते होंगे उससे लाख गुना जानवर हर रोज इन भठ्ठीयो यानी कमेले में लाकर उबाले जाते है |
आज पश्चिमी यूपी के फिजा में सिर्फ मांस की बदबू और जानवरों के मांस के लोथड़े और नदियों और नालो में जानवरों के खून से लाल पानी ही बहते नजर आते है ... हालत ये हो चूका है की यदि कोई सामाजिक कार्यकर्ता इनके खिलाफ आवाज उठाये तो इस हाजी याकूब कुरैशी के आदमी उसे ही बोटी बोटी काटकर उन्ही जानवरों के साथ उबाल देते है और उनका पता तक नही चलता की वो कहाँ गायब हो गये |
जब मैंने इमरान कुरैशी की मोदी को दी गयी धमकी सुनी --"गुजरात में तो सिर्फ ४% मुस्लिम है यहाँ पश्चिमी यूपी में ४२% मुस्लिम है आने दो मोदी को हम उसे बोटी बोटी काट डालेंगे" मित्रो ये धमकी कोई कोरी धमकी नही है ,,सच्चाई ये की आज तक जितने भी हिन्दुओ ने इस ह्व्शी धंधे यानी कमेले के खिलाफ आवाज उठाई है उसे ये मुस्लिम लोगो ने बोटी बोटी काटकर जानवरों की टनों हड्डियों के साथ उबालकर उनका भी चर्बी निकालकर बाजार में बेच दिए है |
मजे की बात ये है की इन गैरक़ानूनी धमधमाती भट्टियो यानी कमेले में बिजली का गैरक़ानूनी कनेक्सन ही इस्तेमाल होता है |
आज़म खान की सात भैसे भी इन्ही कमेले माफियायो ने ही चुराई थी और चुराकर एक कमेले पर ही बेचा था जहाँ पुलिस में छापा मारकर बरामद कर लिया था लेकिन यूपी की सपा सरकार के आदेश से उस कमेले पर कोई करवाई नही की गयी क्योकि मामला मुस्लिम से जुड़ा था ..
सोचो ...मित्रो ... सिर्फ कांग्रेस नेता और सहारनपुर से लोकसभा उम्मीदवार की धमकी के बारे में सोचो और अगर तुममे जरा भी गैरत बची हो तो इस नीच कांग्रेस को खत्म करो
"गुजरात में तो सिर्फ ४% मुसलमान है .. यहाँ यूपी में ४२% मुस्लिम है ..आने दो मोदी को हम उसे बोटी बोटी काट डालेंगे"